मदरसा बहरुल उलूम में मेधावी बच्चों को किया गया सम्मानित
कमलापुर (सीतापुर) निशान न्यूज़ ब्यूरो - तालीम
ऐसी हो जिससे दुनिया का निजाम सही हो जाए, समाज की सभी बुराइयों को खत्म करना ही तालीम का मकसद होना चाहिए।
यह बातें कारी मोहम्मद नसीम ने कमलापुर के
मदरसा बहरुल उलूम में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा
कि मुल्क की अमन और तरक्की के लिए समाज के हर तबके को पढा-लिखा होना बहुत जरूरी है।
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कार्यक्रम को संबोधित करते कारी मोहम्मद नसीम |
रविवार को मदरसा
बहरुल उलूम कमलापुर में अर्धवार्षिक परीक्षा का रिजल्ट वितरित किए गए। परीक्षा में
अव्वल आने वाले बच्चे-बच्चियों को ईनाम दिया
गया। गौरतलब हो कि कमलापुर में स्थित मदरसा बहरुल उलूम क्षेत्र में अपनी बेहतर शिक्षा
के लिए जाना जाता है। यहां पर बहुत सारे गरीब बच्चे बहुत कम फीस देकर दीन और दुनियावी
शिक्षा हासिल करते हैं। इस मदरसे से निकल कर बहुत सारे बच्चे उच्च शिक्षा में मुकाम
हासिल कर रहें हैं।
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मुख्य अतिथियों को सम्मानित करते आयोजक |
समय-समय पर इन बच्चों
की हौसला अफजाई के लिए क्षेत्र के सम्भ्रांत हिन्दू-मुस्लिम लोग कार्यक्रम में शामिल
होते हैं। इन लोगों के द्वारा बताई बातों से बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
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पुरस्कृत मेधावियों के साथ सम्मानित अतिथिगण |
रविवार को आयोजित कार्यक्रम में विचार रखते हुए रमाकांत अवस्थी ने कहा कि मदरसा बहरुल
उलूम बहुत दिनों से बेहतर शिक्षा देने का केंद्र रहा है। बेहद कम तनख्वाह पाकर भी जिस
तरह से यहां के शिक्षक बच्चों को बेहतर शिक्षा देते हैं वो सरकारी वेतन पाने वाले शिक्षकों
के सामने एक मिसाल है।
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उपस्थित छात्र-छात्राएँ |
इस मौके पर शराफत अली बिस्वानी ने नात शरीफ पेश की। कार्यक्रम
की अध्यक्षता मौलाना मो असलम काशमी ने की। इस अवसर पर कारी नसीम, मौलाना मोहम्मद अब्बास, कारी सुफियान, आजाद हुसैन,
डॉ पुत्तन अली आदि लोग मौजूद
रहे|