सीतापुर (निशान न्यूज) मोहम्मद साहब की 1500वीं यौमे पैदाइश के अवसर पर शुक्रवार को शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी का भव्य आयोजन हुआ। हजारों की संख्या में लोगों ने इस जुलूस में शामिल होकर आस्था और भाईचारे की मिसाल पेश की। ऊंट, घोड़े और आकर्षक ढंग से सजाई गई गाड़ियों के साथ निकला यह जुलूस पूरे शहर में रौनक और रूहानियत का पैगाम बिखेरता चला गया।
जुलूस का शुभारंभ कजियारे चौराहे से हुआ, जहां हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया गया। तय मार्गों से गुजरते हुए जुलूस पुनः कजियारे चौराहे पर पहुंचकर सम्पन्न हुआ। पूरे मार्ग में लोगों ने जगह-जगह स्वागत किया और लंगर व शर्बत की व्यवस्था से मेहमाननवाजी की।
इस खास मौके पर पुराने सीतापुर को दुल्हन की तरह सजाया गया। मस्जिदों, घरों और गलियों को रंग-बिरंगी लाइटों और झालरों से सजाकर रोशन कर दिया गया। शाम ढलते ही पूरा शहर जगमगाने लगा और माहौल रूहानी नजारा पेश करता दिखा।
मरकजी कमेटी जुलूस-ए-मोहम्मदी के नायब सदर इम्तियाज खान ने बताया कि इस बार जुलूस को और भी भव्य बनाने के लिए कमेटी के सदस्यों और आम लोगों ने पूरी मेहनत की। सजावट और इंतजामात में इस बार की मेहनत साफ दिखाई दी। उन्होंने कहा, “हम लोग अमन पसंद हैं और आपसी भाईचारे में विश्वास रखते हैं। यही पैगाम इस जुलूस के जरिए दिया जा रहा है।
जुलूस-ए-मोहम्मदी में शामिल लोगों ने शहर में भाईचारा, मोहब्बत और शांति का संदेश दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इस जुलूस का हिस्सा बने और इसे यादगार बनाने में सभी ने अपना योगदान दिया।