सीतापुर- कलिकाल में अधिंकाश मनुष्य जहां स्वहित में जीवन जीने को मशगूल है वहीं तमाम लोग परिहित में जीवन जीते हुए अपने मानव जीने की सार्थकता सिद्व करने में सतत् प्रयासरत है| इस श्रंखला में रविन्द्र तिवारी गुरूजी के नैमिष तीर्थ हेतु दो दशको के संकल्प को विस्मृत नही किया जा सकता क्योंकि उन्होनें अपने संकल्प पूर्ण होने तक कभी परिवार मे होली, दिपावली आदि पर्व एवं त्योहार न मनाते हुए उस दिन नैमिष तीर्थ मे ही पूजन अर्चन के बाद तीर्थ पुरोहित से पुनः संकल्प लेते रहे इस दौरान उनकी अनुज पुत्री कु0 शुची तिवारी जन्म पाकर स्वर्ग भी सिधार गई लेकिन गुरू जी अपने संकल्प पर अडिग ही रहे।
ज्ञात हो कि भू-लोक के सर्वश्रेष्ठ तीर्थ नैमिष के सर्वांगीण विकास एवं पर्यटन मानचित्र पर लाने हेतु नैमिष तीर्थ विकास परिषद् के गठन हेतु विगत दो दशको से होली, दीवाली आदि कोई भी पर्व एवं त्योहार न मनाते हुए संकल्प के साथ केन्द्र व प्रदेश सरकार को साथ 21 सूत्रीय मांग पत्र ज्ञापन,जनसुनवाई आदि के माध्यम से संर्घषरत नैमिष विकास मोर्चा के अध्यक्ष एवं 84 कोशीय परिक्रमा समिति नैमिष मिश्रिख के मुख्य परामर्शक तथा वानप्रस्थ नैमिष मठ के प्रबन्धक/महन्त रविन्द्र तिवारी गुरूजी उर्फ रविन्द्र गुरू वानप्रस्थी जी के जीवन का मुख्य संकल्प उस समय पूर्ण हुआ जब 25 नवम्बर 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नैमिष तीर्थ विकास परिषद् के गठन की घोषणा कर दी।
वास्तव में यह खबर जहां नैमिष तीर्थ प्रिय श्रद्वालुओं सन्त महन्तों आदि के लिए हर्ष का विषय थी, वहीं रविन्द्र गुरूजी के लिए जीवनदान से कम नही है, क्योकि उन्होने विगत दो दशको में पत्राचार, सत्याग्रह के अलावा उक्त संकल्प पूर्ण न होने के कारण जीवित समाधि लेने तक की घोषणा कर दी जिससे तत्कालीन शासन प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। तत्कालीन प्रशासन ने किसी तरह उन्हे आश्वासन देते हुए मना लिया लेकिन उन्होने अपना संकल्प नही त्यागा और लगातार केन्द्र व प्रदेश सरकार तथा शासन प्रशासन के सहित पर्यटन मंत्रालय को सतत् जनसुनवाई आदि के माध्यम से ज्ञापन देते हुए पत्राचार जारी रखा, जो अखबार की सुर्खियो मे रहा।
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| नैमिष में संतों के साथ नैमिष के विकास के सम्बन्ध में चर्चा करते रविन्द्र तिवारी गुरूजी |
ज्ञात हो कि रविन्द्र गुरूजी वर्षो पूर्व नैमिष तीर्थ को पर्टयन स्थल के रूप में विकसित किये जाने हेतु शासन को लगातार पत्राचार करते रहे, और नेता भी अश्वासन देते रहे जब उन्होनें जनसुनवाई सन्दर्भ सं0 40015418017530 दिनांक 20.03.2018 को 21 सूत्रीय मांग पत्र भेजा जिस पर क्षेत्रीय पयर्टन कार्यालय लखनऊ के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आर0के0 यादव ने अपने पत्रांक 05/क्षे0प0का0सं0/2018 दिनांक 06.04.2018 के माध्यम से महानिदेशक पर्यटन उत्तर प्रदेश लखनऊ एवं रविन्द्र गुरूजी को पत्र भेजकर बिन्दूवार अवगत कराया कि उनका विभाग द्वारा किसी स्थल को पर्यटन स्थल घोषित करने की नीति नही है पर्यटन विभाग केवल तीर्थ यात्रियों को मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराता है। इसी पत्र मे नैमिष महोत्सव का आयोजन जिलाधिकारी, सीतापुर द्वारा कराया गया था। अतः प्रकरण जिलाधिकारी, सीतापुर से सम्बन्धित है।
इसके पश्चात् नैमिष तीर्थ के सर्वागींण विकास हेतु रविन्द्र गुरूजी ने अयोध्या तीर्थ परिषद एवं मथुरा तीर्थ विकास परिषद की तर्ज पर शासन को जनसुनवाई सन्दर्भ सं0 40015421036189 दिनांक 16.07.2021 को मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ जी को भेजा जिस पर उन्होनें संज्ञान लेते हुए नैषिम तीर्थ विकास परिषद एवं 84 कोशीय परिक्रमा होली मेला मिश्रित के प्रान्तीकरण किये जाने हेतु प्रशासन से प्रस्ताव मांगा जो प्रस्ताव सीतापुर प्रशासन ने तैयार कर शासन को भेजा उसमें नैमिष विकास परिषद के मुख्य संकल्पी रविन्द्र तिवारी गुरू जी ने काफी पौराणिक, भौगोलिक, अधात्मिक तथ्य प्रशासन को उपलब्ध कराया जिस हेतु सीतापुर प्रशासन ने उन्हें आभार व्यक्त करते हुए समान पत्र देकर सम्मानित किया।
उक्त प्रस्ताव के क्रम मे योगी सरकार ने विगत वर्ष 84 कोशीय परिक्रमा होली मेला मिश्रित के प्रान्तीकरण किये जाने हेतु सदन मे प्रस्ताव पास किया जो आज भी लम्बित है और क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी लखनऊ ने अपने पत्रांक सं0 690/आई0जी0आर0एस0/2021 दिनांक 9 अगस्त 2021 को रविन्द्र तिवारी को गुरूजी को पत्र भेज अवगत कराया कि नैमिष तीर्थन विकास परिषद के गठन की कार्यवाही पर्यटन निदेशालय/उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर क्रियाशील है नैमिष तीर्थ विकास परिषद के गठन की अनुमति प्राप्त होते ही संसूचित किया जायेगा। इसके पश्चात् गुरूजी ने जनसुनवाई सन्दर्भ सं0 4001542208440 दिनांक 04-03-2022, जनसुनवाई सन्दर्भ सं0 40015422054467 दिनांक 08-09-2022, जनसुनवाई सन्दर्भ सं0 40015422067828 दिनांक 16-11-2022 के माध्म से सत्त अपनी मांग व संकल्प पर अडिग रहते हुए मख्यमंत्री योगी जाी को प्रेषित करते रहे|
जिस के क्रम मे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आखिरकार विगत 25 नवम्बर 2022 को नैमिष तीर्थ विकास परिषद के गठन की घोषणा करनी ही पड़ी| यह खबर सुनते ही नैमिष तीर्थ विकास परिषद के गठन, 84 कोशीय परिक्रमा होली मेला मिश्रित तथा प्रति माह नैमिष मे लगने वाले अमावस्या मेले के प्रान्तीकरण आदि के मुख्य संकल्पी रविन्द्र तिवारी गुरूजी ने सन्त, महन्तों नैमिष तीर्थ प्रेमीयों से मिले आर्शीवाद एवं शुभकामनाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया और पुनः मांग कि उक्त दोनों आप द्वारा की गयी घोषणाओं को धरातल पर दिखने की आवयश्कता है।

