Nishan Publication

समाज में समता और प्रेमभाव लाना बेहद ज़रूरी- ऋचा सिंह

संगतिन की समता सद्भावना संवाद यात्रा प्रारंभ

सीतापुर-  संगतिन किसान मजदूर संगठन द्वारा जिले के मिश्रिख, पिसावां, महोली और ऐलिया ब्लाकों में मनरेगा मजदूरों, ग्रामीणों और आम जनता की समस्याओं को मुखरता से उठाने के लिए समता सद्भावना संवाद यात्रा की जा रही है| संगतिन किसान मजदूर संगठन की संयोजक ऋचा सिंह ने बताया कि समाज में समता लाने के उद्देश्य से और लोगों में आपसी प्रेमभाव को बढ़ावा देने हेतु 16 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक 175 किमी की ये यात्रा प्रारंभ की गयी है| इस यात्रा में लोगों की समस्याओं और उनकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में आ रही कठिनाइयों पर भी बात हो रही है और उनके समाधान के रास्ते तलाश किये जा रहे हैं| वर्तमान परिस्थितियां ऐसी बन गयी हैं कि आपस में भाईचारा और अपनापन ख़त्म होता जा रहा है| इस समय आपसी सद्भाव और भाईचारे की समाज को बहुत ज़रुरत है| इसी उद्देश्य के लिए और लोगों से संवाद स्थापित करने के लिए यात्री गाँव-गाँव जाकर लोगों से बात कर रहे हैं और उनकी समस्याओं के समाधान पर चर्चा हो रही है|



अपनी शुरुआत के दूसरे दिन यात्रा ग्राम अर्थापुर से चलकर पिपरी पहुंची, जहाँ बाबा साहब अम्बेडकर पार्क में बैठक हुई| बैठक में लोगों से उनकी समस्याओ पर बातचीत हुई| गाँव के स्थानीय लोगों ने यात्रियों को नाश्ता कराया। इसके पश्चात यात्रा पिपरी से निकल कर जमुनिया गाँव में पहुंची। यहाँ भी गाँव के लोगों ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया।




लोगों से बातचीत कर यात्रा को आगे बढ़ाते हुये, नारे व गीत गाते हुए यात्रा ग्राम लोहारखेड़ा पहुंची यहाँ भी लोगों के साथ उनकी समस्याओं को लेकर बातचीत की गई और गीत भी गाये गये। इसके बाद ग्राम मधुबना होते हुए यात्रा ग्राम बड़ी हन्नी पहुंची जहाँ आज यात्री रात्रि विश्राम करेंगे और सुबह यात्रा पिसावां ब्लाक में प्रवेश करेगी।




इससे पूर्व यात्रा के पहले दिन यात्री विश्वनाथनपुर से चलकर कुतुबनगर, सेमरा के रास्ते ग्राम अर्थापुर में पहुंचे| वहां ग्राम प्रधान और रोजगार सैवक सहित सैकड़ों लोगों गर्मजोशी से यात्रियों का स्वागत किया| देर रात तक गाँव के लोगों से ढेर सारी समस्याओं और उनके समाधान के बारे मे बातचीत हुयी। ग्रामीणों ने छुट्टा जानवरों को सबसे बड़ी समस्या बताया| शाम को यात्रा मशाल जुलूस में परिवर्तित हो गयी और अर्थपुर पहुंचकर यात्रियों ने विश्राम किया|

1 Comments

  1. जरूरी और शानदार पहल।
    इसके लिए यात्रा में शामिल सभी साथियों के सद्भावनाएं।

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