सीतापुर- स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व० रामलखन तिवारी की 16वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नौजवानों ने उनके पौत्र रवि तिवारी के साथ कैप्टन मनोज पांडेय प्रांगण मे चंदन का वृक्ष लगाकर व दलित बच्चों मे बिस्कुट बाटकर, प्राथमिक स्वास्थ केंद्र कमलापुर मे मरीजों को फल वितरित कर उन्हें याद किया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व०रामलखन तिवारी जी का जन्म 1906 में लहरपुर के पास सिरकिडा में किसान परिवार में किसान परिवार में हुआ था l
इनकी प्राथमिक शिक्षा लहरपुर में हुई बाद में बनारस विश्वविद्यालय से इन्होंने ज्योतिष में स्नातक जी उपाधि प्राप्त की। विद्यार्थी जीवन मे उनका मन अंग्रेजों के अन्याय और अत्याचार से खिन्न रहता था। बाद में महात्मा गांधी और नेता सुभाष चंद्र बोस के विचारों का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा और युवा मन बगावत कर स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और अंग्रेजों की यातना उन्हें कर्तव्य पथ से डिगा नही पायी और उन्होने अपनी आजादी का सपना साकार किया। हम सबको उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये।
यह बाते उनके पौत्र रवि तिवारी बताई। SI आलम अहमद खाँ, आयुष तिवारी, अरुषी तिवारी, मांडवी मिश्रा, मनोज यादव, अमरेंद्र यादव, बउवा मिश्रा, अश्वनी सोनी, धर्मेंद्र,मोहित, आलोक, कुलदीप सिंह, गणेश शुक्ला आदि लोग उपस्थिति रहे।