सीतापुर – केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गये तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया| किसान संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर स्थानीय एटीसी चौराहे पर एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम करते हुए राष्ट्रपति को सम्बोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम सदर अमित भट्ट को सौंपा|
इस अवसर पर किसान महासभा प्रभारी संतराम ने कहा कि केंद्र की सरकार देश के किसानों पर ज़बरदस्ती कृषि कानूनों को थोप रही है| इन कानूनों से देश का किसान गर्त में गिरता चला जायेगा| सरकार इन कानूनों को तत्काल वापस लिया जाए| भाकपा माले प्रभारी अर्जुन लाल ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का किसान उद्योगपतियों और पूंजीपतियों का गुलाम बनकर रह जायेगा| इन कानूनों से किसान की हालत और खराब होती चली जायेगी| ज्ञापन में मांग की गयी कि दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग तत्काल सुनी जाए और आन्दोलन में मारे गये 150 से अधिक मृतक किसानों के परिवारों को आर्थिक सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाये| चक्का जाम कर रहे किसानों और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए मौके पर प्रशासनिक अमला पहुँच गया| शहर कोतवाल टीपी सिंह, एसडीएम सदर समित भट्ट ने पूरे दल-बल के साथ चक्का जाम खुलवाया और मौके पर ही ज्ञापन लेकर प्रदर्शन समाप्त करवाया|