Nishan Publication

किसानों को नहीं मिल पा रही सम्मान निधि की धनराशि-भाकपा

-भाकपा ने लिखा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र

लखनऊ-  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी उत्तर प्रदेश के राज्य सचिव मंडल ने प्रधानमंत्री जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिख कर तमाम किसानों को किसान सम्मान निधि उपलब्ध कराने की मांग की है। 
अपने इस पत्र में भाकपा ने कहा कि हमारी पार्टी के राज्य मुख्यालय को उत्तर प्रदेश भर से सूचनायें प्राप्त हो रही हैं कि केन्द्र सरकार द्वारा घोषित और बहु- प्रचारित किसान सम्मान निधि की राशि हजारों किसानों को प्राप्त नहीं हो पा रही है। कुछ किसानों को इस निधि की एक भी किश्त नहीं मिली जबकि कुछ को आंशिक रूप से किश्तें मिली हैं। 
यह किसानों के साथ भारी अन्याय है। खास कर कोरोना काल में जबकि किसानों की अर्थव्यवस्था लाक डाउन के चलते पंगु हो गयी है और उन्हें सरकार की आर्थिक सहायता की बेहद जरूरत है। इस पत्र के माध्यम से भाकपा ने प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी को स्मरण दिलाया कि आप और आपकी पार्टी के सभी जिम्मेदार अधिकारी बार बार दोहराते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी ने कहा था कि उनकी सरकार द्वारा भेजे गए एक रुपये में से 16 पैसे नीचे तक पहुंच पाते हैं। यह एक सचाई थी जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री ने सदाशयता से कबूला था। लेकिन भाकपा, उत्तर प्रदेश इस बात पर अफसोस जाहिर करती है कि किसानों के लिये बहु- प्रचारित किसान सम्मान निधि जो रुपये 6 हजार वार्षिक है, आपके लाख दावों के बावजूद उन तक नहीं पहुंच पा रही है। 
उत्तर प्रदेश में किसानों को सम्मान निधि की धनराशि दिलवाने के लिये कई किसान संगठन आवाज उठा चुके हैं। समाचार पत्र से ज्ञात हुआ कि भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर किसानों को सम्मान निधि प्राप्त न होने की शिकायत की है। 
किसान तहसील से लेकर अन्य अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कई जगह से इस हेतु किसानों से सुविधा शुल्क बसूले जाने की शिकायतें भी मिल रही हैं। भाकपा ने प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी से मांग की कि समस्त किसानों की वांच्छित सम्मान निधि की राशि उन्हें तुरन्त दिलायें और कोरोना काल में इसे बढ़ा कर 12 हजार रुपये एकमुश्त किसानों को दिलवाये जायें। भ्रष्टाचार और घूसख़ोरी को लगाम लगायें।

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