सीतापुर- उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की गिरफ्तारी के विरोध में तथा बसों को अनुमति दिए जाने हेतु आज कलेक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर कांग्रेस ने ने धरना दिया। जिला अध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी ने कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री घोषणा करते हैं कि अनुमति दे दी गई है और दूसरी तरफ उन्हीं का प्रशासन मना करता है कि हमारे पास कोई लिखा पढ़ी का कागज ही नहीं आया है । ऐसी स्थिति बहुत ही खेद जनक है और ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश सरकार दमन पर उतारू हो गई है। कांग्रेस पार्टी सहयोग देना चाहती और वह सहयोग लेना नहीं चाहते जबकि वह व्यवस्था भी नहीं कर पा रहे हैं। हजारों हजार श्रमिक रास्तों पर फंसे हुए हैं जो अपने घरों को नहीं पहुंच पा रहे हैं । उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री दोनों मजदूरों के प्रति संवेदनहीन हो चुके हैं । उन्होंने कहा की हम लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धरना दे रहे हैं यदि प्रदेश अध्यक्ष की रिहाई नहीं की गई तो हम लोग सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे ।शहर अध्यक्ष संतोष भार्गव ने कहा कि जब प्रदेश की भाजपा सरकार को सहयोग लेना ही नहीं था तो 3 दिन नाटक करने का औचित्य क्या था । हजारों श्रमिक तपती दोपहरी में बॉर्डर पर बसों का इंतजार
रामलाल राही ने कहा कि लोकतंत्र इस भाजपा सरकार में खत्म हो चुका है और सरकार पूरी तरह मजदूरों के लिए संवेदनहीन है । कोरोना महामारी के नियंत्रण में यह सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। पूर्व विधायक हरीश वाजपेई ने कहां की हजार बसों में यदि 150 बसें खराब भी थी उनके कागज ठीक नहीं थे तो जिनके कागज ठीक थे उनको क्यों नहीं आने दिया इससे सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है।इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलाल राही पूर्व विधायक हरीश वाजपेई, श्री राज किशोर सिंह, सुरेश गुप्ता,आमोद मिश्र, शहर अध्यक्ष संतोष भार्गव, पूर्व जिला अध्यक्ष विनीत दीक्षित, शिशिर बाजपेयी, श्रीमती अल्पना सिंह, मंजरी राही, शैलेन्द्र सिंह, श्रीश शुक्ला, नागराज कश्यप, जहीर खान, धीरेश कश्यप, सूरज चौधरी, आदि उपस्थित रहे।