Nishan Publication

जनपक्षधर नीतियों के लिए हमेशा लड़े कॉमरेड अतुल अंजान

-भाकपा महासचिव के निधन पर शोक सभा का आयोजन

सीतापुर, (निशान न्यूज) गरीबों, किसानों, मजदूरों और समाज के कमज़ोर तबकों के हितों और जनपक्षधर नीतियों के लिए कामरेड अतुल अंजान हमेशा तत्पर रहे। लंबे सामाजिक और राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी भी सत्ता और कुर्सी का मुंह नहीं किया और हमेशा अपने सिद्धांतों और विचारधारा के लिए प्रति अडिग रहे।

यह बात भाकपा महासचिव कामरेड अतुल अंजान के निधन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला कार्यालय पर आयोजित शोक सभा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला संयोजक एम सलाहुद्दीन ने कहीं। कामरेड अतुल अंजान से जुड़े संस्मरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि वह सीतापुर और यहां के सामाजिक तथा राजनीतिक आंदोलन से आत्मीय रूप से जुड़े हुए थे।


उनका अक्सर मेरे आवास पर आना-जाना एवं प्रवास होता था। अपने प्रवास के दौरान वह बिल्कुल पारिवारिक जनों की तरह सब में घुल मिल जाते थे और लोगों की समस्याओं को जानकर उनके समाधान के लिए तत्पर हो जाते थे। सीतापुर के कई राजनीतिक आंदोलनों में उनकी सक्रिय भूमिका रही जिसकी बदौलत तत्कालीन समय में वह आंदोलन अपनी पराकाष्ठा तक पहुंचे। 

उन्होंने आगे बताया कि कामरेड अतुल अंजान इमरजेंसी के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। उस समय उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छात्र संघ चुनाव में उनको जिताने के लिए एक नारा मशहूर हुआ था "तेरी जान मेरी जान अतुल-अंजान अतुल-अंजान"। इसी नारे ने उनको चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर जिताया। उस समय विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले लोग आज भी अतुल अंजान के कार्यकाल को याद करते हैं। अभी कुछ समय पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों का निष्कासन और गिरफ्तारी के विरोध में उन्होंने पूर्व में छात्र संघ अध्यक्ष रहे कई लोगों को इकट्ठा करके सरकार के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस की और छात्रों की रिहाई में प्रमुख भूमिका भी निभाई थी।
वर्तमान में वह ऑल इंडिया किसान महासभा के सचिव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव पद थे। वह पिछले कई दिनों से कैंसर जैसी असाध्याय बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन पर वरिष्ठ वामपंथी विचारक केजी त्रिवेदी, हरिराम अरोड़ा, एजाज नकवी, भाकपा माले जिला प्रभारी गया प्रसाद, अनवर अली, सिराज अहमद, प्रताप गुप्ता, शावेज़ खान, अवनीश त्रिवेदी, मोहम्मद कैफ, वहाजुद्दीन गौरी, रेहान अंसारी समेत कई लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।


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