Nishan Publication

धरातल पर संघर्ष करने से ही आयेगा असल बदलाव- ऋचा सिंह

- समता सद्भावना संवाद यात्रा के तीसरे चरण की ज़ोरदार शुरुआत

- यात्रा के पहले दिन ही शामिल हुए सैकड़ों लोग

सीतापुर- देश में संविधान द्वारा लड़ाई को संविधान बदलने की लड़ाई में तब्दील कर दिया है| मौजूदा व्यवस्था द्वारा संविधान को बदलने की जो शुरुआत की गयी है उसके घातक परिणाम निकलकर सामने आयेंगे| हम सबको एक होकर संविधान को बचाने के लिए एकजुट होना होगा| बाबा साहब ने कहा था कि सिर्फ खुद सक्षम होने से पूरा समाज नहीं बदलेगा| इसके लिए समाज को सशक्त कर सबको साथ लेकर चलने की ज़रूरत है| बाबा साहब ने हमेशा परिवार के ऊपर समाज को तरजीह दी थी, तब कहीं जाकर हम सबको इतने अधिकार मिल सके हैं|

सभा को संबोधित करतीं ऋचा सिंह

ये बात संगतिन किसान मजदूर संगठन प्रमुख ऋचा सिंह ने समता सद्भावना संवाद यात्रा के तीसरे चरण की शुरुआत करते हुए कहीं| मछरेहटा ब्लाक के रेऊसा स्थित अम्बेडकर पार्क में एकत्रित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान हमें क्या अधिकार और जिम्मेदारियां देता है, ये भी जानें और समझें| व्यक्ति सक्षम होकर यदि समाज का भला नहीं करेगा तो बाबा साहब की नज़र में उसका सक्षम होना कोई मायने नहीं रखता| बाबा साहब के समय देश में मजदूरों के काम का समय 8 घंटे था जो आज बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया गया है| इन सब जनविरोधी नीतियों का विरोध करने की जो ताकत संविधान ने हमें दी है, उसको हमसे छीना जा रहा है| सिर्फ नारा लगाने से काम नहीं चलेगा बल्कि धरातल पर उतरकर संघर्ष करने से ही समाज में असली बदलाव आएगा|


यात्रा में शामिल संगतिन कार्यकर्ता

उन्होंने आगे कहा कि आज धर्म के नाम पर जिस तरह का ज़हर फैल चुका है उसको खत्म करने में सदियाँ लगने वाली हैं| जिस तरह से जातीयता को अभी तक ख़त्म नहीं किया जा सका है बल्कि जातियों के नाम पर समाज का और अधिक बंटवारा हो रहा है, उसी प्रकार धर्म के नाम पर समाज में ज़हर फैलाया जा रहा है| इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार पंकज सिंह गौर, बबिता सिंह गौर, प्यारेलाल और सुन्दरलाल ने भी लोगों को संबोधित किया|
संगतिन किसान मजदूर संगठन के तत्वाधान में जारी समता सद्भावना संवाद यात्रा मछरेहटा ब्लाक के रेऊसा गाँव से चलकर मधवापुर पहुंची जहाँ समता युवा मंच के संयोजक मुकेश भार्गव ने लोगों को संबोधित किया| इसके बाद यात्रा कटरा गाँव से होते हुए रहनोईया, चंदनपुरवा, कठिया के रास्ते रामशाला गाँव पहुंची जहाँ यात्रियों ने रात्रि विश्राम किया| यात्रा के पहले दिन सुरबाला, रामबेटी, राजाराम, भगवानदीन, जगन्नाथ, शिवराज, कौशल राज, रोहित भारती, कौसर जहाँ और विनोद पाल सहित सैकड़ों नागरिक उपस्थित रहे|


107 गाँवों तक पहुँच चुकी है यात्रा 
समता सद्भावना संवाद यात्रा जो पिछले 16 नवम्बर से शुरू हुई थी, अब तक 107 गाँवों तक दस्तक दे चुकी है| मिश्रिख, पिसावां, महोली और एलिया ब्लाक से गुज़र चुकी इस यात्रा ने अब तक 218 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है| तीसरे चरण के पूर्ण होने पर यात्रा का चौथा चरण 4 फरवरी को गोंदलामऊ के सिद्दीकपुर से शुरू होगा|

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