-ग्रीकगंज में दवाओं की होम डिलीवरी की मिली अनुमति
सीतापुर- ग्रीकगंज में हॉटस्पॉट घोषित होने के बाद पूरा इलाका सील हो गया था। जिससे इस क्षेत्र में आने वाली दवा की दुकानें भी बंद हो गयीं थी। दवा की दुकाने बंद होने से जिले में दवा की सप्लाई चेन पर असर पड़ रहा था और दवा लेने आ रहे मरीजों को बैरंग वापस लौटा दिया जा रहा था जिससे उन्हें काफी मुश्किलें उठानी पड़ रही थी। इस समस्या को निशान पब्लिकेशन न्यूज़ ने प्रमुखता से सबसे पहले प्रकाशित किया था। जिसका जिलाधिकारी सीतापुर अखिलेश तिवारी ने संज्ञान लिया और ग्रीकगंज क्षेत्र की समस्त थोक और फुटकर मेडिकल दुकानों को दवाओं की बिक्री होम डिलीवरी के जरिये करने की अनुमति प्रदान की गयी। जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम सदर अमित भट्ट ने दवा विक्रेताओं को दवा वितरण के लिए पास जारी किये। हालाँकि क्षेत्र में लगे पुलिसकर्मियों को दवा बिक्री की अनुमति की जानकारी नहीं मिल पाई, जिससे दुकान खोलने पहुंचे दुकानदारों की पुलिसकर्मियों से नोक-झोंक भी हुई। गुरुवार को दवा लेने पहुंचे लोगों को दवा तो नहीं मिल पाई लेकिन वो इस उम्मीद के साथ वापस लौटे कि कल से दवाएं मिलने लगेंगी।
सीतापुर- ग्रीकगंज में हॉटस्पॉट घोषित होने के बाद पूरा इलाका सील हो गया था। जिससे इस क्षेत्र में आने वाली दवा की दुकानें भी बंद हो गयीं थी। दवा की दुकाने बंद होने से जिले में दवा की सप्लाई चेन पर असर पड़ रहा था और दवा लेने आ रहे मरीजों को बैरंग वापस लौटा दिया जा रहा था जिससे उन्हें काफी मुश्किलें उठानी पड़ रही थी। इस समस्या को निशान पब्लिकेशन न्यूज़ ने प्रमुखता से सबसे पहले प्रकाशित किया था। जिसका जिलाधिकारी सीतापुर अखिलेश तिवारी ने संज्ञान लिया और ग्रीकगंज क्षेत्र की समस्त थोक और फुटकर मेडिकल दुकानों को दवाओं की बिक्री होम डिलीवरी के जरिये करने की अनुमति प्रदान की गयी। जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम सदर अमित भट्ट ने दवा विक्रेताओं को दवा वितरण के लिए पास जारी किये। हालाँकि क्षेत्र में लगे पुलिसकर्मियों को दवा बिक्री की अनुमति की जानकारी नहीं मिल पाई, जिससे दुकान खोलने पहुंचे दुकानदारों की पुलिसकर्मियों से नोक-झोंक भी हुई। गुरुवार को दवा लेने पहुंचे लोगों को दवा तो नहीं मिल पाई लेकिन वो इस उम्मीद के साथ वापस लौटे कि कल से दवाएं मिलने लगेंगी।
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