Nishan Publication

दवा की दुकानों पर ताला, मरीजों की जान का भगवान ही रखवाला

दवाओं के लिए भटकने को मजबूर मरीज़ और तीमारदार
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने ग्रीकगंज बाज़ार को खोलने की रखी मांग
सीतापुर- ग्रीकगंज में व्यवसायी दम्पति के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद 16 जुलाई को पूरे एरिया को तीन दिन के लिए अस्थायी रूप से सील कर कर दिया गया था| अवधि पूरी होने के बाद भी इलाके को खोला नहीं गया है जिससे दवा लेने आ रहे मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है| कई ज़रूरी दवाएं ऐसी हैं जो ग्रीकगंज स्थित चुनिन्दा दुकानों पर ही मिल पाती हैं, ऐसे में गंभीर रोगों से ग्रस्त और नियमित दवा का सेवन करने वाले रोगियों के सामने दवाओं की अनुपलब्धता से जीवन का संकट खड़ा हो गया है| कोरोना की वजह से अस्पतालों में रोगियों का इलाज पहले ही मुश्किल से हो पा रहा था और अब दवा बाज़ार बंद हो जाने से भगवान ही उनकी जान को बचा सकता है|
ग्रीकगंज स्थित दवा की दुकानों पर लगा ताला

ग्रीकगंज मुख्य बाज़ार होने के साथ-साथ दवा का थोक और फुटकर बिक्री का प्रमुख केंद्र है| शहर की प्रमुख दवा दुकानें इसी एरिया में आती हैं, जो हॉटस्पॉट घोषित होने के बाद से बंद चल रही हैं| ऐसे में दवाओं की थोक आपूर्ति के साथ साथ दवा लेने आ रहे रोगियों और उनके परिजनों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है| कई ऐसे लोग भी हैं जो दूर-दराज़ के इलाकों से सिर्फ दवा लेने ही सीतापुर आते हैं और इलाका बंद देखकर मजबूरन वापस लौट जाते हैं|
पूरे इलाके में सूनी पड़ीं सड़कें

केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री बसंत गोयल ने बताया कि जिलाधिकारी से इस एरिया को खोलने के लिए कई बार मिलने की कोशिश की जा चुकी है लेकिन अति व्यस्तता के चलते उनसे मुलाक़ात नहीं हो पा रही| 
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन द्वारा जिलाधिकारी को भेजा गया पत्र

केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर मांग की है कि मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए ग्रीकगंज को हॉटस्पॉट से मुक्त किया जाये| इलाके में सैनिटाईज़ेशन और अन्य सावधानियों को सख्ती से लागू करते हुए क्षेत्र को खोल दिया जाये, जिससे दवा के लिए आने वाले रोगियों और उनके परिजनों को भटकने के लिए मजबूर न होना पड़े|

रिपोर्ट- अलमास अंसारी


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