Nishan Publication

बिजली कर्मियों की हड़ताल, समस्याओं से जनता बेहाल

-निजीकरण और नौकरी जाने के विरोध में चल रही है बिजलीकर्मियों की हड़ताल

-हड़ताल के चलते जनता को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना 

सीतापुर- (निशान न्यूज) मध्यांचल विद्युत वितरण मंडल के संविदा (आउटसोर्सिंग) कर्मचारियों ने गुरुवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। विभाग के 431 संविदाकर्मियों को छटनी का आदेश जारी किया है। जिसके बाद से ही निविदा संविदाकर्मी (आउटसोर्सिंग) बिजली कर्मचारी बिफर पड़े और बड़े आंदोलन की राह पकड़ ली है। अधीक्षण अभियंता कार्यालय में चल रहे इस अनशन में एसडीओ और जेई भी शामिल है। गुरुवार को अधीक्षण अभिनंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया और शाम को बाइक रैली निकाल कर विरोध दर्ज कराया। कर्मचारियों का आरोप है कि विभाग अपने ही पूर्व आदेशों को दरकिनार कर रहा है।

अधीक्षण अभियंता कार्यालय में प्रदर्शन करते सविदाकर्मी 

वर्तमान में बिजली विभाग में 1172 संविदा कर्मचारी कार्यरत है। विभाग की ओर से इनमें से ही 431 कर्मचारियों को हटाने का आदेश दे दिया गया है। इस आदेश के बाद से ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का आक्रोश उभर पड़ा। 
गुरुवार से उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले अधीक्षण अभियंता परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अधीक्षण अभियंता कार्यालय कर्मचारी एकता ज़िंदाबाद के नारों से गूंज उठा।

कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि मेसर्स वर्ल्ड क्लास जो कि कार्यदाई संस्था है उसके द्वारा ईपीएफ की राशि भविष्य निधि खाते में जमा नहीं कराई जा रही है। कर्मचारियों द्वारा (इ एस आई सी) कार्ड व परिचय पत्र और सुरक्षा उपकरण भी नहीं मुहैय्या कराए जा रहे है। पूर्व में हुए समझौतों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।कर्मचारियों को आर्थिक रूप से काफी समस्या हो रही जिसके कारण परिवार का भरण पोषण करना भी मुश्किल हो जाएगा। 

कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि दो-तीन महीने से उनको वेतन भी नहीं मिला है।
संगठन द्वारा पूर्व में 24 व 25 मार्च को अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर आंदोलन भी किया जा चुका है। कोई सकारात्मक जवाब न मिलने पर अब अनिश्चित कालीन धरना शुरू हो गया है संगठन ने चेतावनी भी दी है कि अगर हमारी माँगे नहीं मानी गई तो ये आंदोलन विशाल रूप लेगा।

 इस मौके पर एसडीओ प्रथम रवि कुमार गौतम, एसडीओ द्वितीय हिमांशु पटेल, संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सरदार सुखविंदर सिंह, ब्रजनन्दन पाल, शिवेंद्र धुरिया, ललित कुमार, कृष्ण मोहन, सुधीर रस्तोगी, विजय कुमार, विजय कुमार कश्यप, पारस, बबलू, अरुणेश, अनिल कुमार, जितेंद्र कुमार, मनीष सविता, राजू, रोहित त्रिवेदी, रोहित वर्मा, जेई संतोष मौर्य समेत सैकड़ों कर्मी की उपस्थिति रही।
बिजली कर्मचारियों के आंदोलन के चलते बिजली व्यवस्था ईश्वर भरोसे चल रही है इस आंदोलन के चलते आम नागरिको को समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

बिजली समस्याओं से हलकान रहे उपभोक्ता
संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाते ही विद्युत व्यवस्था  बेपटरी हो गई है। छोटी मोटी समस्याओं को भी दुरुस्त करने की कूबत बिजली विभाग में नहीं है। शहर के नैपालापुर में सुबह 11 बजे से बिजली क्या गुल हुई, देर शाम तक आई ही नहीं। इससे ग्रीकगंज, नैपालापुर, रामकृष्णपुरी, आदर्श नगर सेक्टर 1, आदर्श नगर सेक्टर 2, अंबिकापुरम, नैमिष पुरम आदि दर्जन भर से अधिक मोहल्ले की बिजली गुल हो गई। क्षेत्र के उपभोक्ता बिजली विभाग के अधिकारियों को कॉल पर कॉल करते रहे, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी हड़ताल का रोना रोते रहे। समाचार लिखे जाने तक बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकी थी। इसी तरह की समस्या शहर के आनंद नगर, स्वरूप नगर, नई बस्ती, सुभाष नगर आदि सैकड़ो मोहल्ले में देखने को मिली। जिला मुख्यालय के अलावा खैराबाद, बिसवां, रेउसा, थानगांव, तंबौर, लहरपुर, सकरन, हरगांव, महोली, पिसावां, मछरेहटा, कमलापुर, सिधौली आज जिले के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिली। कुल मिलाकर बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की हड़ताल से विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है, जिस पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। क्षेत्र की नागरिकों का कहना है कि, बेपटरी होती बिजली व्यवस्था से जहां आमजन मानस को दिक्कतें हो रही हैं, वहीं सरकार के 24 घंटे बिजली देने के दावे भी झूठे साबित हो रहे हैं। लोगों ने सरकार से इस समस्या के जल्द से जल्द निदान की मांग की है।


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